झालावाड़ जिले के भवानी मंडी क्षेत्र में विजिलेंस की टीम कार्रवाई करने पहुंची. बिजली विभाग के अधिकारी के पास विधायक का फोन आ गया. इसके बाद गुस्साए अधिशासी अभियंता ने संविदा कर्मी को चप्पल मार दी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बिजली विभाग ने अधिकारी को कारण बताओं नोटिस थमा दिया है. अधिकारी ने साफ तौर पर कहा है कि इलाके में जबरदस्त विद्युत चोरी है. वह जब भी विजलेंस की कार्रवाई करने जाते हैं, तो स्थानीय नेता उन्हें कार्रवाई से रोक देते हैं. वीडियो में साफ तौर पर नजर आ रहा है कि अधिशासी अभियंता कर्मचारी को खंभे पर चढ़ने के लिए कह रहे हैं. लेकिन, वह चढ़ नहीं रहा है. ऐसे में जब विधायक ने अधिशासी अभियंता को रोका तो उनका गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने संविदा कर्मचारी को चप्पल मार दी. बाद में संविदा कर्मचारी मौके से भाग गया. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जयपुर डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता शंभुनाथ प्रसाद ने बताया, "विभाग की टीम जब भी किसी गांव में कार्रवाई करने जाती है, किसी न किसी नेता का फोन आता है. फोन करके कार्रवाई से रोक देते हैं. इस गांव में जमीन से मात्र 6 फीट ऊपर 11 केवी लाइन है, जिसके पास महज एक कनेक्शन के लिए 5 केवीए का ट्रांसफार्मर लगा हुआ है." उन्होंने कहा, "गांव में दो और ट्रांसफार्मर लगे हैं, जिनमें एक 10 केवीए पर मात्र तीन और दूसरे 5 केवीए पर तीन कनेक्शन हैं. विद्युत विभाग की टीम जिस ट्रांसफार्मर को उतार रही थी वह 11 केवीए लाइन के पास होने से कभी भी हादसे का करण बन सकता है. पहले भी यहां हादसा हो चुका है, जिसमें एक आदमी की मौत हुई थी. दूसरी ओर गांव में 3 में से 2 ट्रांसफार्मर फर्जी है. टीम को इस गांव में फर्जी कनेक्शन मिले हैं, और तीन की वीसीआर भी भरी है." उन्होंने बताया कि टीम में भवानीमंडी और सुनेल कनिष्ट अभियंता और सहायक अभियंता भी शामिल थे. टीम की कार्रवाई गलत नहीं है. लेकिन, विधायक बिजली चोरी को समर्थन दे रहे हैं. जब भी टीम कार्रवाई करती है. विधायक का दबाव आ जाता है. शंभू नाथ ने बताया कि लाइन मैन पर गुस्सा इसलिए आया कि उन्होंने पहले ही बता दिया था कि ट्रांसफार्मर हटाना है, ऐसे में भी लाइन टूटी सीढ़ी के बहाने वह काम करने से इनकार करता रहा. विधायक कालूराम मेघवाल ने बताया कि उन्होंने बिजली चोरी पर कार्रवाई करने से नहीं रोका. गांव के सारे कनेक्शन चालू है और किसी का बिजली का बिल बकाया नहीं है. अभियंता को फोन पर डीपी नहीं हटाने के लिए कहा है. वे इस डीपी को दूसरी जगह ले जाने के लिए इस कनेक्शन को दूसरे ट्रांसफार्मर पर शिफ्ट करना चाहते थे.
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