भारत के पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा का निधन।

एसएम कृ्ष्णा कर्नाटक राज्य से आते थे। वे कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रहे। वे मनमोहन सरकार में भारत के विदेश मंत्री रहे। अपने पूरे राजनीतिक जीवन में कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे एसएम कृष्णा ने 2017 को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. और आधिकारिक तौर पर वह बीजेपी में शामिल हो गए.
92 वर्ष की आय में बेंगलुरू स्थित अपने निवास पर आखिरी सांस ली। एसएम कृष्णा को हाल ही में उम्र संबंधी बीमारी के कारण बेंगलुरु के मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. हालांकि बाद में उनकी तबीयत और बिगड़ गई.
कृष्णा ने साल 1962 में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मद्दूर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर चुनावी राजनीतिक जीवन में प्रवेश किया और जीत हासिल की. इसके बाद वे ‘प्रजा सोशलिस्ट पार्टी’ में शामिल हो गए, लेकिन 1967 के चुनाव में वह मद्दूर से कांग्रेस के एमएम गौड़ा से हार गए.
1968 में जब मौजूदा सांसद की मृत्यु हो गई, तो उन्होंने मांड्या लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को हराकर राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश किया. 1968 के उपचुनाव के बाद वह मांड्या निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार सांसद चुने गए. उन्होंने 1971 और 1980 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता. तब कांग्रेस के गढ़ मांड्या को बचाने में एसएम कृष्णा की भूमिका अहम थी.

2017 में कांग्रेस से दिया इस्तीफा
एसएम कृष्णा दिसंबर 2004 में महाराष्ट्र के राज्यपाल बने. 5 मार्च, 2008 को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. बाद में वह राज्यसभा के लिए चुने गए. वह 22 मई 2009 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री बने. साल 2017 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया और बीजेपी का दामन थाम लिया.

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