बच्चे के नाम को लेकर पति-पत्नि में विवाद इतना बढ़ा कि मामला कोर्ट जा पहुंचा. जहां कोर्ट ने बड़ी समझदारी के साथ इस मामले को सुलझाते हुए पति-पत्नि में सुलह कराई.
मैसूरु:
मशहूर लेखक शेक्सपीयर की एक बड़ी चर्चित लाइन है- नाम में क्या रखा है? यकीनन ये भी आपने सुना होगा. या फिर आपने भी कभी-कभार इस लाइन का इस्तेमाल किया ही होगा. लेकिन नाम की अहमियत क्या है, इसका अंदाजा इससे हो जाएगा कि बच्चे के नाम को लेकर कि पति पत्नी में तलाक की नौबत आन पड़ी. हैरान मत होइए क्योंकि ऐसा सच में हुआ है. बच्चे के नाम को लेकर मामला इतना बढ़ा कि मामला अदालत जा पहुंचा, जहां आखिर में एक नाम तय होता है जिसे 4 जज और अन्य न्यायिक अधिकारियों की मौजूदगी में बच्चे के माता-पिता स्वीकार कर लेते हैं. तब जाकर पति-पत्नी एक-दूसरे को माला पहनाकर 3 साल की कड़वाहट को पीछे छोड़कर अपनी जिंदगी में आगे बढ़ते हैं.
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