डिप्टी सीएम और परिवहन विभाग के बीच
कौन सही और कौन गलत ?
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा , बेटा हमारा ऐसा काम करेगा लेकिन बेटे ने ऐसा काम किया की पिता अब जवाब देते देते हो रहे है परेशान। कुछ ऐसा ही मामला राजस्थान के डिप्टी सीएम के बेटे का सामने आया था । कुछ दिनों पहले आपने भी देखा होगा सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था जिसमें डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के बेटा एक ओपन कार को सड़क परिवहन के नियमों की धज्जियाँ उडाता हुआ दौड़ाता हुआ नज़र आ रहा था, जिसने बैरवा की परेशानियों को बढ़ा दिया और बैरवा अपनी सफाई देते हुए नज़र आ रहे थे। जिसमें। उन्होंने कहा था कि जिनकी गाड़ी थी, वह सभी आर्थिक रूप से संपन्न थे। रील उनके बेटे के दोस्तों ने बनाई थी। प्रेमचंद बैरवा ने यह भी जानकारी दी कि उनके पास कोई कार नहीं है। उनका बेटा दोस्तों के पास इस तरह की गाड़ियां देखकर अक्सर साथ चला जाता है। बेटा तो अभी तक 18 साल का भी नहीं हुआ।तो पहले तो आपको ये दिखाते है की क्या कुछ कहा था बैरवा ने
वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी सीएम को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा था और साथ ही साथ परिवहन विभाग पर भी कई लोगों ने सवाल उठाये थे तो आपको बता दें की अब परिवहन विभाग के द्वारा कार्रवाई करते हुए 7 हजार का चालान काटा है..ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि डिप्टी सीएम बैरवा ने अपनी सफाई में सच कहा था कि उनके बेटे का कोई दोष नहीं है...या परिवहन विभाग की कार्रवाई सही है...परिवहन विभाग की कार्रवाई से तो यह साबित होता है कि उनके बेटे ने नियमों का उल्लघंन किया...परिवहन विभाग की करवाई और प्रेमचंद बैरवा के अपने बेटे के अठरह साल से काम होने के बयान के बाद अब सवाल ये ही है आखिर कौन सही और कौन गलत। इस पुरे मामले को लेकर आपका क्या कुछ कहना है हमें कमेंट सेक्शन में कमेंट करके जरूर बताइयेगा।
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