किरोड़ी मीणा का हस्तक्षेप, बनी सहमति
सवाईमाधोपुर जिले के रणथंभौर पार्क में टाइगर के हमले में ग्रामीण की मौत का मामला आखिरकार शांत हो गया....मामले को शांत करने में कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की भमिका अहम रही.... आखिरकार डॉक्टर किरोड़ी मीणा के हस्तक्षेप के बाद इस पूरे मामले में ग्रामीणों और प्रशासन के बीच सहमति बन गई...सहमति के दौरान 15 लाख रुपए का मुआवजा, मृतक के बेटे को नेचर गाइड की नौकरी तो 5 बीघा सरकारी जमीन आवंटित करने की मांग पर मुहर लगी....धरना समाप्त होने के बाद पुलिस ने आवागमन को भी सूचारू करवाया...आखिर पूरा मामला क्या था आपको बताते हैं कि बीते दिन शनिवार को जब पूरा देश गोवर्धन पूजा करने और दिवाली की खुशियां मनाने में मशगूल था....तब सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क से सटे ग्राम उलियाना के 45 वर्षीय ग्रामीण भरत लाल मीणा पुत्र कल्याण मीणा पर बाघ ने अचानक हमला कर दिया.....जिसके बाद भरत लाल की मौत हो गई....वहीं वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अनुमानित बाघ 86 ने भरत लाल पर हमला कर दिया था...जिसके बाद ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ भारी आक्रोश है, इस दौरान ग्रामीण शव को लेकर सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे और सड़क पर जाम लगा दिया....वहीं पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से समझाइश करने लगे लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन की एक भी नहीं मानी...ऐसे में कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पहुंचे और उन्होंने समझाइश की और बात बन गई....घटनास्थल पर लगभग 18 घंटे बाद कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा CCF के अनूप, DFO रामानंद भाकर, ADM की उपस्थिति में 11 सदस्यीय मीटिंग हुई....जिनमें मृतक के परिजनों को 15 लाख रुपए का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को नेचर गाइड के पद पर नौकरी, 5 बीघा जमीन के लिए राजस्थान सरकार से अनुशंसा पर सहमति बनी....इस घटनाक्रम के दौरान एहतियात के तौर पर गणेश जी के मंदिर को जाने वाले मुख्य मार्ग पर गणेश धाम पर वन विभाग द्वारा मुख्य द्वार को बंद कर दिया....जिससे बाहर से आने वाले सैकड़ों पर्यटकों एवं दर्शनार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा....
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