वसुंधरा को केंद्र में फिट कर राजस्थान मेंइस नेता को सीएम बनाना चाहते है मोदी-शाह!



भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यालय खत्म होने के बाद देश के कई राज्यों से राष्ट्रीय अध्यक्षों का नाम सामने आ रहा था, केशव प्रसाद मौर्य, विनोद तावड़े, बीएल संतोष, देवेंद्र फणडवीस जैसे कई वरिष्ठ नेताओं के नाम सामने आए थे, मगर एकाएक संघ द्वारा वसुंधरा राजे का नाम आगे बढ़ने की चर्चा ने राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया है, वसुंधरा राजे हाड़ौती से प्रमुख नेताओं में से है। पिछले कई दिनों से वसुंधरा राजे साइलेंट चल रही हैं, जिसके कई सियासी मायने भी निकाले गए और इन सबके बीच अब चर्चा होने लगी है कि वसुंधरा राजे को पार्टी का राष्ट्रिय अध्यक्ष बनाये जाने के लिए संघ की ओर से नाम बढ़ाया गया है। भाजपा के सूत्रों के अनुसार केंद्र में संघ की नहीं चल रही है और संघ अपने ही साथ वाले किसी नेताओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना चाहता है ताकि केंद्र में संघ की पकड़ बन सकें, और केंद्र से वरिष्ठ नेताओं पर संघ की कमान रहे। माना जा रहा है मोदी और शाह खुद को संघ से ऊपर मान रहे है इसलिए संघ ने वसुंधरा राजे के नाम को राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में उतारा है। दूसरी तरफ चर्चा है कि वसुंधरा राजे पिछले कई महीनों से राजस्थान के झालावाड़ के अलावा अन्य कही पर भी सभा या किसी भी तरह की राजनीति नहीं कर ही है। हाल ही में भाजपा का सदस्यता अभियान जब जयपुर में हुआ था तो वसुंधरा राजे उस कार्यक्रम में मौजूद नहीं हुई और झालावाड़ में जाकर उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली। वसुंधरा राजे का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष में आने के बाद अभी तक मोदी और शाह की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। सूत्रों के अनुसार वसुंधरा राजे मोदी और शाह से नाराज चल रही है, लेकिन भारी राजनीति के कारण ये खुलकर सामने नहीं आई। वहीं कहा ये भी जा रहा है कि मोदी और शाह शायद खुद चाहते है वसुंधरा राजे राजस्थान से बाहर आ जाये, ताकि राजस्थान की भाजपा सरकार खुलकर काम कर सकें। यदि वसुंधरा राजे भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनती है तो मोदी और शाह की मंशा पूरी हो जाएगी और फिर मोदी-शाह की राजनीति फिर से राजस्थान की तरफ घूम जाएगी, मोदी और शाह चाहते है कि राजस्थान में भाजपा का अगला सीएम लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जैसी किसी व्यक्ति को बनाया जाए और हो सकता है 2028 में राजस्थान विधानसभा में सीएम का चेहरा ओम बिरला को बनाया जा सकें, ताकि वसुंधरा राजे राष्ट्रीय राजनीति में फंसकर रह जाए, अब देखना ये है कि ये केवल मिथ्य है या फिर सोची समझी साजिश। बता दें कि वसुंधरा राजे राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। साल 2003 से 2008 तक और साल 2013 से 2018 तक वह राजस्थान की सीएम रहीं। केंद्र में भी वसुंधरा राजे ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं, फिलहाल वह बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर हैं। ऐसे में अगर उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाता है तो वसुंधरा राजे का यहां पर प्रमोशन होगा। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष से वह अध्यक्ष बनेंगी। वसुंधरा राजे 5 बार लोकसभा सांसद भी बन चुकी हैं। 1985 से वह सक्रिय राजनीति में हैं।

Post a Comment

0 Comments

ARwebTrack